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चांद रो चितराम : दो / चैनसिंह शेखावत

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चंदो जाणै बोरलो
रजनी बांध
बींदणी बणगी
टणमण टणमण
करता सारा
मोत्या सिरखा
ढुळ्या ओढणी
ओढी सोवण
नार निराळी।