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परड़ोट कोनी बापड़ो पाणी / कन्हैया लाल सेठिया
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परड़ोट कोनी बापड़ो पाणी,
पण, जे नहीं जाणै ई री रग,
ओ ही लड़ ज्यावै स्याच्याणी !