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पूठो सवाल / हरीश बी० शर्मा

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बाई नैं समझाण दी
....सीख दी, मा -
‘देख बाई .....
सासूजी नैं म्हारै दांई मां समझजै’

बेटी नूंवै जमानै री ही
बात पूछी-
‘कांई सासू म्हारी
म्हनैं
बेटी समझ‘र
राखसी !’