भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मैं वह हूँ जो प्रेम से पीड़ित है / वाल्ट ह्विटमैन / दिनेश्वर प्रसाद

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:55, 10 दिसम्बर 2022 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैं वह हूँ जो कामुक प्रेम से पीड़ित है;
क्या यह पृथ्वी आकर्षण से खिंच रही है ?
या सभी पदार्थ पीड़ा से, सभी पदार्थों को
आकर्षित नहीं करते हैं ?
वैसे ही मेरी यह देह उन सबको जिनसे मैं मिलता
या जिन्हें जानता हूँ ।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : दिनेश्वर प्रसाद

लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
            Walt Whitman
I Am He That Aches with Love

I am he that aches with amorous love;
Does the earth gravitate? does not all matter, aching, attract all matter?
So the body of me to all I meet or know.