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अकेला पहाड़ / केदारनाथ अग्रवाल
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अकेला पहाड़
शताब्दियों का बोझ
उठाए खड़ा है
सिर के पेड़
तालियाँ बजाते हैं
जमीन का जमाना नहीं बदला
रचनाकाल: संभावित १९६८