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अधिकार / चंद्र रेखा ढडवाल
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एक अधिकार उनके पास
कि वे उड़ा देंगे
जब जी चाहे
छ्त की मुण्डेरों पर से
आँगन की दूब पर से
पेड़ों की खोखल में से
उन सब फ़ाख़्ताओं को
जिन के पास
घर के नाम पर
यही कुछ है