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अभी उठेगी (इन्द्रधनुषी नूर) / देवेश पथ सारिया
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अभी उठेगी
बासे मुँह में टूथब्रश डालेगी
तैयार होगी
नाश्ता करेगी
एक बार में स्कूटी स्टार्ट नहीं होने पर झुँझलाएगी
और यह सब करते हुए सोचती जाएगी :
वह भी अभी उठी होगी
बासे मुँह में टूथब्रश घुमाती
तैयार होती होगी
फिर नाश्ता करेगी
एक ही किक में स्कूटी स्टार्ट कर लेगी
सड़क पर राज करेगी
मैं औसत
मेरे सपने औसत
वह क्यों मुझे पसन्द करेगी ?
उस नूरानी लड़की का सपना
एक दिलफ़रेब लड़की
मेरा सपना वह
मैं औसत
मेरे बाक़ी सारे सपने औसत !