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असर / निशान्त

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अेक ठाडै आदमी री
‘इन्डिका’ स्यूं उतरतो
म्हारो अेक सागड़दी
म्हनै भौत ठाडो लाग्यो
ठा नीं
ओ म्हारी निजर रो
भ्रम हो कै
सागड़दी माथै
ठाडै आदमी रो असर ।