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आती रहेंगी बहारे / गुलशन बावरा
Kavita Kosh से
आती रहेंगी बहारें
जाती रहेंगी बहारें
दिल की नज़र से दुनियाँ को देखो
दुनियाँ सदा ही हसीं है
मैं ने तो बस यही माँगी है दुआएं
फूलों की तरह हम सदा मुस्कुराये
गाते रहें हम खुशियों के गीत यूँ ही जाये बीत
ज़िंदगी
हो आती रहेंगी बहारें ...
तुम जो मिले हो तो दिल को यक़ीं है
धरती पे स्वर्ग जो है तो यहीं है
गाते रहे हम खुशियों के गीत
यूँ ही जाये बीत
ज़िंदगी
हो आती रहेंगी बहारें ...
तुम से हैं जब जीवन में सहारे
जहाँ जाये नज़रें वहीं हैं नज़ारे
लेके आयेगी हर नयी बहार
रंग भरा प्यार
और खुशी
हो आती रहेंगी बहारें ...