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आन्हर गुरू जी चेला बहिरा / सच्चिदानंद प्रेमी
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आन्हर गुरू जी चेला बहिरा।
कौशिक ब्रह्मर्षी बन कर के
अप्पन जात के झोली भरलन
राम-लखन ठाकुर होकर के
गुरू बसिष्ठ से काहे डरतन
द्रोन-बान से घायल अर्जुन
क्रूर-खेत में खोदथ गहिड़ा