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आपकी नाकामयाबी / अशोक चक्रधर
Kavita Kosh से
नन्हा बच्चा
जिस भी उंगली को पकड़े
कस लेता है,
और
अपनी पकड़ की
मज़बूती का
रस लेता है।
आप कोशिश करिए
अपनी उंगली छुड़ाने की।
नहीं छुड़ा पाए न !
वो आपकी नाकामयाबी पर
हंस लेता है।
और पकड़ की
मज़बूती का
भरपूर रस लेता है।