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इज़्ज़तपुरम्-75 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
सौन्दर्य बोध नहीं
युग सेक्स बोध का
विषैले पेन्टों में
रंगी पुती
ऊँचे कास्मेटिक्स से
लदी-फँदी सामग्रियाँ
उत्तेजना भरी
सम्मुख निर्मल
सीधी-साधी बनिताएँ
क्या टिकें?
भूखा तो
उत्प्रेरक सोडा तलाशे
जो उसकी दाल
जल्दी गला दे