भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
इस पौरुषपूर्ण समय में / कात्यायनी
Kavita Kosh से
इस पौरुषपूर्ण समय में
रचनाकार | कात्यायनी |
---|---|
प्रकाशक | परिकल्पना प्रकाशन, |
वर्ष | पहला संस्करण : 1999. दूसरा संस्करण : जनवरी 2008 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 136 |
ISBN | 978-81-89760-14-4 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- प्रकाशक की ओर से / कात्यायनी
- समर्पण / कात्यायनी
- कविताओं से पहले / कात्यायनी
- सहिष्णु आदमी की कविता / कात्यायनी
- बूढ़े आदमी की कविता / कात्यायनी
- अनिद्रा के रोगी की कविता / कात्यायनी
- रात के सन्तरी की कविता / कात्यायनी
- सपना देखने वाले की कविता / कात्यायनी
- कालयात्री की कविता / कात्यायनी
- उद्विग्न आदमी कि कविता / कात्यायनी
- सफ़ाईपसन्द आदमी की कविता / कात्यायनी
- असन्तुष्ट आदमी की कविता / कात्यायनी
- दुखी आदमी की कविता / कात्यायनी
- भुलक्कड़ आदमी की कविता / कात्यायनी
- बुज़ुर्ग राहगीर की कविता / कात्यायनी
- अन्वेषक की कविता / कात्यायनी
- आलोचक की कविता / कात्यायनी
- यथार्थवादी प्रेमी की कविता / कात्यायनी
- दूध के जले की कविता / कात्यायनी
- छाछ फूँककर पीन्रे वाले की कविता / कात्यायनी
- सद्गृहस्थ की कविता / कात्यायनी
- आशावादी नागरिक की कविता / कात्यायनी
- परदा उठाने-गिराने वाले की कविता / कात्यायनी
- स्टेज-लाइटिंग का काम करने वाले की कविता / कात्यायनी
- प्रॉम्पटर की कविता / कात्यायनी
- फाँसी की सज़ा पाए व्यक्ति की कविता / कात्यायनी
- वकील की कविता / कात्यायनी
- जज की कविता / कात्यायनी
- ज्ञानी की कविता / कात्यायनी
- कूपमण्डूक की कविता / कात्यायनी
- आम सहमति पर पहुँचे हुए लोगों की कविता / कात्यायनी
- मग्दालिन कि पहली प्रार्थना-कविता / कात्यायनी
- मग्दालिन कि दूसरी प्रार्थना-कविता / कात्यायनी
- इस पौरूषपूर्ण समय में (कविता) / कात्यायनी
- त्रियाचरित्रं पुरुषस्य भाग्यम् / कात्यायनी
- एक असमाप्त कविता की अति प्राचीन पांडुलिपि / कात्यायनी
- एक भूतपूर्व नगरवधू की दुर्गपति से प्रार्थना / कात्यायनी
- औरत और घर / कात्यायनी
- एक ग़ौरतलब सिचुएशन / कात्यायनी
- जागना / कात्यायनी
- जानना / कात्यायनी
- मरना / कात्यायनी
- जीना / कात्यायनी
- सोचना / कात्यायनी
- समझना / कात्यायनी
- बीत जाना / कात्यायनी
- डरना / कात्यायनी
- सहना / कात्यायनी
- बच निकलना / कात्यायनी
- कहना / कात्यायनी
- फिर वहीं रहना / कात्यायनी
- ...और जीते चले जाना / कात्यायनी
- न रुकना / कात्यायनी
- नाउम्मीद हो जाना / कात्यायनी
- एक ढ़लती सदी का सच / कात्यायनी
- फ़ैसला / कात्यायनी
- मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है / कात्यायनी
- सूचना का अधिकार / कात्यायनी
- अभिव्यक्ति की आज़ादी / कात्यायनी
- अब सोचने की बात ये है कि... / कात्यायनी
- शोक-गीत / कात्यायनी
- न कोई संस्मरण / कात्यायनी
- ...या कि होगा? / कात्यायनी
- बनी नहीं कविता? / कात्यायनी
- जी चाहता है... / कात्यायनी
- वे नहीं सोचते... / कात्यायनी
- आस्था का प्रश्न / कात्यायनी
- नए रामराज्य का फ़रमान / कात्यायनी
- क्या स्थगित कर दें कविता? / कात्यायनी
- एक दावत में फ़्रान्सिस फ़ुकोयामा के साथ / कात्यायनी
- धुरखेल / कात्यायनी
- हत्यारा / कात्यायनी
- एक फ़ैसला फ़ौरी तौर पर कविता के ख़िलाफ़ / कात्यायनी
- यह वापसी महज़ भुगतने के लिए नहीं... / कात्यायनी
- आम आदमी का प्यार / कात्यायनी
- स्वप्नलोक से निष्कासित / कात्यायनी
- स्वप्नकारा से मुक्ति / कात्यायनी