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उकताहट / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम
Kavita Kosh से
कितना
उबाऊ है
हमेशा ही
रहना
ग़रीब !
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम
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लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Langston Hughes
Ennui
It's such a
Bore
Being always
Poor.