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उपहास / पूजानन्द नेमा
Kavita Kosh से
तेल
बाज़ार तक पहुँचा नहीं
और बिजली
गाँव तक सरकी नहीं
तो फिर
किस का उपहास करने
हर साल
दीवाली आ जाती है ?