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उम्र / सुलोचना वर्मा
Kavita Kosh से
मेरे तुम्हारे बीच
आकर ठहर गया है
एक लम्बा मौन
छुपी हैं जिसमे
उम्र भर की शिकायतें
हर एक शिकायत की
है अपनी अपनी उम्र
उम्र लम्बी है शिकायतों की
और उम्र से लम्बा है मौन