उस वृद्ध की शिकायत में / अरविन्द श्रीवास्तव
उस वृद्ध की शिकायत में
शामिल हैं वे बातूनी लोग
जो बांटते नहीं हैं अपना समय
उस वृद्ध के साथ !
वृद्धों के हवाले से मिल रही खबरों में
उन बच्चों की भी संज्ञान ली गयी है
जो देखकर उन्हें काटते हैं कन्नी
पढ़कर नहीं सुनाते हैं अखबार
नहीं रखते हैं कोई सरोकार
ये वृद्ध अपने समय के कुशल धावक थे
जो कभी परिवार की कीमत पर दौड़ते थे अंधाधुंध
तब उन्होंने समय को बताया था अपना औकात
की थी बिगड़ैल घोड़ों की सवारी
कई-कई नदियों का मोड़ा था रुख
तोड़ा था गुरूर समुद्र का
किया था निष्पादित चुटकी में
कई-कई संकट व गंभीर सवालों को
इन्होंने ही कंधे पर चढाकर दिखाया था दुनिया
अपने बच्चों को पहली बार
तै-तै कर सिखाया था चलना
ये वृद्ध मुल्क की बहस और चिंता से बाहर हैं
नहीं उभर पा रहे हैं ये गंभीर सवाल बनकर
वाचाल राजनीतिज्ञ भी करते हैं
इनकी अनदेखी
इन वृद्धों की शिकायतों में शामिल है
लंबे समय से लंबित चश्में के टूटे फ्रेम
खत्म होती दवाओं का नवीकरण
टूटे चप्पल
पोते-पोतियों के लिए छुट्टे पैसे
इन वृद्धों की शिकायत है कि उनके बच्चे
शिकायतों की नहीं लेते नोटिश
तनिक भी नहीं करते परवाह
जबकि बच्चों की निगाह उस संदूक पर
टिकी होती है
जिस पर सोते हैं वृद्ध !