भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
उसके जैसे / रमा द्विवेदी
Kavita Kosh से
(उसके जैसे/ रमा द्विवेदी से पुनर्निर्देशित)
तुम उसके जैसे,
बनने की कोशिश,
कभी मत करना,
क्यों कि तुम,
वो नहीं बन सकते,
लेकिन तुम बहुत कुछ,
बन सकते हो,
जो वे नहीं बन सके।