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एक दीवो / सांवर दइया
Kavita Kosh से
आज म्हैं
दिन में
सूरज सागै सगपण करियो है
आज म्हैं
रात में
एक दिवो जगायो है
सुणो
अंधारै अर आंधी नै
सनोसो कर दीजो !