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कर दो आजाद / उषा यादव
Kavita Kosh से
डुग-डुग-डुग-डुग बाजी डुगडुगी
शुरू हुआ बंदर का नाच।
आओ बच्चो इसे देखने,
पैसे दे देना दस-पाँच।
सुनो मदारी बाबा तुमसे,
हम बच्चे करते फरियाद।
बंधन मुक्त रहें पशु सार
बंदर को कर दो आजाद।