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कविता / कन्हैया लाल सेठिया

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मरगी
काल
भूख स्यूं बाथेड़ा
करती
बापड़ी कविता
लेगी उठा‘र
लावारिश लाश नै
नगर निगम री
मुरदा गाडी
आज बांची
छापै में
राखी है
गांवधणी रै बडेरचारै में
विराट
शोक-सभा !