भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कहा सुना / रंजना भाटिया

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कहा
उसने
कि
नयनों की
झील में
डूबना...
मन को भाता है.....

सुना
दिल ने
कि ...
प्रेम की
एक बूंद का
मिलना भी
रूह से रूह को
जोड़ जाता है !!