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कहिया दरशनमा निरमोहिया देवता दैतै गै। / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कहिया दरशनमा निरमोहिया देवता दैतै गै।
कहिया दरशन स्वामी से हेतै गै।।
हौ एत्तेक तऽ बात चन्द्रा कहैय
कोहबर घरमे दुर्गा जुमि गेल
तब जवाब दुर्गा करैय
सुनऽ सुनऽ हय चन्द्रा सुनिलय
तोरा कहै छी दिल के वार्त्ता
गै एमकी बेरिया दरशन हेतौ
सुनिले बेटी तोरा कहै छी
सीरी सतबरता महिसौथा एलै
खेत चढ़ाकऽ पकरिया लौबै।
तोरो पकरियामे दरशन हम करा देबौ गै।।