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काँटोॅ मत बनोॅ / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
तोंय फूल नै छेकौ तेॅ
कोनो बात नै
तोंय कली नै छेकौ तेॅ
कोनो बात नै
तोंय पŸाा भी नै छेकौ तेॅ
कोनो बात नै
कम सें कम
तोंय काँटोॅ तेॅ मत बनोॅ।