किराए का कमरा / सू लिज्ही / सविता पाठक
दस बाई दस का कमरा
सिकुड़ा और सीलन भरा,
साल भर धूप के बिना
यहाँ मैं खाता हूँ, सोता हूँ, हगता हूँ, सोचता हूँ
खाँसता हूँ, सिर दर्द झेलता हूँ, बूढ़ा होता हूँ, बीमार पड़ता हूँ
पर मरता नहीं
फिर उस फीके पीले बल्ब के नीचे
मैं ताकता हूँ, मूर्ख की तरह हंसते हुए
इधर-उधर घूमता हूँ, धीमी आवाज़ में गाता, पढ़ता, कविताएँ लिखता
हर बार जब खिड़की या दरवाज़ा खोलता हूँ
मालूम पड़ता है, एक मुर्दा
अपने ताबूत का ढक्कन हटा रहा है।
2 दिसम्बर 2013
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सविता पाठक
लीजिए, अब यही कविता मूल चीनी भाषा और अँग्रेज़ी में पढ़िए
(许立志
《出租屋》
"Rented Room"
十平米左右的空间
A space of ten square meters
局促,潮湿,终年不见天日
Cramped and damp, no sunlight all year
我在这里吃饭,睡觉,拉屎,思考
Here I eat, sleep, shit, and think
咳嗽,偏头痛,生老,病不死
Cough, get headaches, grow old, get sick but still fail to die
昏黄的灯光下我一再发呆,傻笑
Under the dull yellow light again I stare blankly, chuckling like an idiot
来回踱步,低声唱歌,阅读,写诗
I pace back and forth, singing softly, reading, writing poems
每当我打开窗户或者柴门
Every time I open the window or the wicker gate
我都像一位死者
I seem like a dead man
把棺材盖,缓缓推开
Slowly pushing open the lid of a coffin.
-- 2 December 2013