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कील / मणि मोहन
Kavita Kosh से
आसान नहीं होते
आसान से दिखने वाले बहुत से काम
मसलन
किसी पक्की दीवार में कील ठोकना --
ज़रा-सा हाथ चूका
कि अंगूठे का नाखून नीला पड़ जाता है...
अब आसानी से तो
वह ईट भी नहीं बनी होगी
जिससे कोई दीवार बनती है
और न आसानी से यह दीवार ही बनी होगी --
यह भी तय है
आसानी से
न यह कील बनी होगी
न हथौड़ी ...
पर इतनी आसानी से
हम कहाँ सोच पाते यह सब
यदि अंगूठे का नाखून
नीला नहीं पड़ा होता