भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कुछ तो है हमारे बीच / अरुणा राय
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
कुछ तो है हमारे बीच
कि हमारी निगाहें मिलती हैं
और दिशाओं में आग लग जाती है
कुछ तो है
कि हमारे संवादों पर
निगाह रखते हैं रंगे लोग
और समवेत स्वर में
करने लगते हैं विरोध
कुछ तो है कि रूखों पर पोती गयी कालिख
जलकर राख हो जाती है
कुछ तो है हमारे मध्य
कि हर बार निकल आते हैं हम
निर्दोष, अवध्य
कुछ तो है
जिसे गगन में घटता-बढता चाँद
फैलाता-समेटता है
जिसे तारे गुनगुनाते हैं मद्धिम लय में
कुछ तो है कि जिसकी आहट पा
झरने लगते हैं हरसिंगार
कुछ है कि मासूमियत को
हम पे आता है प्यार....