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कोयल मीठा गाती है / गिरीश पंकज

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कोयल से करते सब प्यार,
कौवे को मिलती दुत्कार ।

कौवा काँव-काँव करता है,
कोयल मीठा गाती है ।
कौवे की आवाज़ है कर्कश,
कोयल मन को भाती है।

तुम भी कोयल जैसा बोलो,
पाओगे जग से उपहार ।।

कोयल से करते सब प्यार
कौवे को मिलती दुत्कार ।