खेलते हैं बच्चे : दो / आत्मा रंजन
खेलते हैं बच्चे
वह भी
जिनके पापा नहीं जाते विदेश
नहीं लाते बल्ला गेंद न रैकेट न बार्बी
वे भी जिनके पापा नहीं लाते अक्सर
मुश्किल से कभी कभार ही
ला पाते हैं कोई खिलौना
या जिनकी गुल्लक में
खिलौने की क़ीमत से
कम ही जुट पाते हैं सिक्के
पापा से ज़िद करने पर
बोनस मिलते ही लाने का
प्यारा-सा आश्वासन पाते
सहेज संभाल कर रखते इक्का-दुक्का खिलौने
और समझदार बच्चों की तरह खेलते हैं चुपचाप
खेलते हैं बच्चे
वे भी, जिनके पास नहीं होते खिलौने
नहीं होती है खिलौने के लिए एक मासूम ज़िद
नहीं होते जिनके पास
ज़िद करने के लिए पापा ही
खेलते हैं बच्चे
वे भी हुए
बचपन ख़ुद भी खेलता है जिनसे आँख मिचौली
बड़ों की दुनिया का खुरदरापन
अंकित है जिनकी नन्हीं हथेलियों में
व्यस्त पुकारों और फटकारों के बीच भी
वक्त मिलते ही
खेल लेते हैं वे
लकड़ी के एक टुकड़े
और कपड़े की एक गेंद के साथ
कहीं भी हो सकते हैं वे
आंगन गली नुक्कड़ या सड़क पर
हो हल्ला करते हुए
या खेलते हुए छुपन छुपाई चोर सिपाही
या पत्थर की गोल चित्ति बनाकर
धरती के सीने पर दाल रेखाएँ
उछलते एक टांग पर
या बेकार सामान के बेढंगे
टुकड़ों को समेट कर
या यहाँ तक
कि मिट्टी और पत्थर के साथ भी
खूब मज़े से खेलते हैं बच्चे
वे लगते हैं बहुत अच्छे
जब उनके बच्चा होने के ख़िलाफ़
बड़ों की तमाम साजिशों की
खिल्ली उड़ाते हुए
खेलते हैं बच्चे!