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गमागम ऐंगना / त्रिलोकीनाथ दिवाकर

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गोड़ बजड़ै छै धमाधम ऐंगना
ढोल बाजै छै ढमाढ़म ऐंगना

लाल कुरती में खिलै छै सजनियाँ
मूय चमकै छै जनां कि चननियाँ
बाल गजरा से गमागम ऐंगना
ढोल बाजै छै ढमाढ़म ऐंगना।

ताल झूमर संग भूलै पहरिया
सब सहेली संग लचकै कमरिया
देह घामों से चमाचम ऐंगना
ढोल बाजै छै ढमाढ़म ऐंगना।

मोन हरसै आय देखी सवँरिया
हाथ मांगै भाय छेकी दुअरिया
प्रेम बरसै छै झमाझम ऐंगना
ढोल बाजै छै ढमाढ़म ऐंगना