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गलफर में जहर / 18 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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नेताजी के उद्घाटन करै के रहै
लखनै मौका पर आय गेलै
उद्घाटन के पैहने
हुनियो अपना केॅ टटोलकै
चढ़तें ही शतक पार कैर गेलै
मीटर भी धड़ाम सें गेलै।
अनुवाद:
नेताजी को उद्घाटन करना था
तभी मौके पर आ धमके
उद्घाटन के पहले
उन्होंने भी अपने को टटोला
चढ़ते ही शतक पार कर गये
मीटर भी धड़ाम से गिर गया।