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गैंडा / फुलवारी / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
सींग नाक पर आँखें इसकी
कितनी छोटी छोटी हैं।
सिलवट वाले कपड़े जैसी
चमड़ी कितनी मोटी है॥
भारी भरकम पहलवान सा
मोटा बहुत शरीर है।
खाल खुरदुरी लेकिन उसको
भेद न सकता तीर है॥