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गोंदा फुलगे मोरे राजा / हरि ठाकुर

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हो गोंदा फुलगे मोरे राजा
गोंदा फुलगे मोर बैरी
छाती मं लागय बान

ठाढ़े हे बैरी टरत नई ये
मोर आंखी के पिसना मरत नईये
गोंदा फुलगे मोरे राजा
गोंदा फुल गे मोर बैरी
छाती मं लागय बान

पूनम के चंदा लजा के मर जाए
तोर रूप आज रतिहा गजब गदराए
गोंदा फुल गे मोरे राजा
गोंदा फुल गे मोर बैरी
छाती मं लागय बान

सुआ नही बोले ना बोले मैना
मैं तरसत हव सुनेबर तोरेच बैना
गोंदा फुल गे मोरे राजा
गोंदा फुल गे मोर बैरी
छाती मं लागय बान