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घर / मोहन राणा
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कोई हो जिसमें दीवारें न हों
खिड़कियाँ न हों
दरवाजे न हों
जिसमें छूट गयी चीजें न हों
जिसका कोई पता ही न हो
ऐसी कोई जगह हो
कोई ऐसा घर जिसका कोई मालिक न हो
पूछना न पड़े
सोचना न पड़े
लिखना न पड़े
जिसका कोई रास्ता न हो
न हो डर उसे भूल जाने का
हो सकता है ऐसा घर कहीं !