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चंदा मामा, आरे आवा / अज्ञात रचनाकार
Kavita Kosh से
चंदा मामा, आरे आवा,
पारे आवा,
नदिया किनारे आवा,
सोने के कटोरवा में
दूध-भात ले के आवा।
बबुआ के मुंह में घुटूक...!
घुटुक-घुटुक!