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चन्द्रारोहण: तीन टा प्रतिक्रिया / सोमदेव

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प्रथम
आब जा क’ बूझल भेल जे स्त्रीक मुखे टा नहि होइछ
चान सदृश। अपितु ओकर देहलोकक समस्त विस्तार....
उन्मुक्त प्राकृतिक स्थितिक ग्राफ। झील-सरोवर। चट्टान-कन्दरा।
गैस, अन्हार आ लाबाक छाउरसँ झाँपल वन-उपवन। एक्को बून जल नहि;
मात्र कोनो नौटंकीक नायिका शैव्याक अश्रु आ आक्रोशसँ पझाइत
ज्वालामुखक लाल टुहटुह फूल। ओरहुलक टुरनी। सुखाएल समुद्र.....
जत’ सँ नीचाँ, बहुत नीचाँ कनेक टा पुरूष। पृथ्वीक आकाशक पुरूष
लगैछ मात्र अपन अन्तर्द्वन्द्व चक्र पर जरैत एकटा ठोस अग्निपिण्ड। आ मध्यवर्ती
एकटा विकृतिहिन आकाश

द्वितीय
आब जा क’ बुझलहुँ जे युद्ध करबाक लेल अद्वितीय अखड़हा थिक चान।
लड़ैत-लड़ैत उपरेसँ पृथ्वी पर खसि पड़’ हे अन्तरिक्ष तानाशाह ! एक हाथ अणुवम।
दोसर हाथ राकेट। मोनक आंगुर पर सुदर्शन चक्र। बावन हाथक अँतड़ीक
उत्तरीय। अहाँ लेल हरा सभ पृथ्वीवासी श्मशानमे प्रतीक्षा करैत रहब
हे विज्ञानवाह ! चान पर एखन उतारलहुँ अछि चन्द्र गुरूड़
आ काल्हि उतरत ग’ विस्फोट गन्धयुक्त गीध। बाझ। कार कउआ।
आर यानकें हँकैत दू तीन नस्ल केर लाल-पीयर-नील पिल्ला.....‘ओना ओहू दिन
चान, चाने रहत, पृथ्वी जकाँ घबाह पिल्ली नहि बनत !’ -एहि कामनाक संग
आउ हे चन्द्रयात्री हमरा सभ भारतवासीकें गहूम दिअ’ आर अपने बघनखासँ
हमर दार्शनिक करेज खखोरि क’ लऽ जाउ। क्लोरोफार्म देबाक कोनो काज नहि पड़त
हमरा सभ शवासनमे सूतल रहब।

तृतीय
आब जा क’ बूझि सकलहुँ जे चानो पर नहि बहैछ दूधक सुरसरि। नहि फरैछ
कल्पवृक्ष। पारिजात। मृतकाधेनुक छाँही नहि अछि टकुरी कटैत
बुढ़िया....मात्र चान अािछ: कोनो इन्द्रक वज्रसँ खल्वाट भ’ गेल कोनो
वृद्ध युवकक माथक चान। सरिपहुँ
चान पर चान नहि अछि। मंगल पर मंगल नहि अछि। ओहू ठाम
पृथ्वी अछि आ खाद्य पदार्थ मात्र मनुक्खक माँसु। नवजात शिशुक
सिंहासन। कुमारि कन्याक ओछाओन। चामक नगाड़ा आ
हाड़क ठोकना। कोनो बुभुक्षित अपंगक नाकक बँसुरी....
आ राजधानीमे सभसँ पैघ संस्था-भवनमे कसाइखाना !
से आइ जा क’ बूझल भेल जे वेद, कुरान आ बाइबिल
किए आइ धरि कोनो-ने-कोनो कसाइखानाक तराजूक पलड़ा मात्र
रहल अछि। आ एकटा निराकार अलौकिक सर्वशक्तिमान कसाइक
हमरा सभ करैत रहलहुँ-ए अनुसन्धान। जे नहि द’ सकल
चिरजीवन। इच्छामृत्यु नहि द’ सकल.....
आ’ आइ धरि राम, कृष्ण, बुद्ध, ईसा, मुहम्मद, नानक, कबीर आ
कतेक रास अवतार आ फरिश्ताक संग लागल
गया, रोम आ कब्रगाह सभमे बैसल प्रेतगण क’ रहल अछि प्रतीक्षा चान पर जएबाक लेल।