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चास-वास: भूमि-आकाश / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

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तीरभुक्ति जनपद जत अभिमत सजल नदी तट वास
कोस - कोस कमलाबाहा चर - चाँचर कत रतरास
ततहु उर्वरा वसुन्धरा वाग्वती - कड़ेह दो - आब
भदइ अगहनी रबी फसिल समतुल धन-धान्य प्रभाव
दु्रम-वल्ली तृण - गुल्म सजल दल फल-फूलहु अभिराम
आकर्षक कषर््क-गण पूजित जय बल्लीपुर गाम
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हरित खेत, खरिहान भरित, मठ-मन्दिर घंटा-ध्वान
गीत-नाद आङन अनुनादित श्रुति स्मृति कवित दलान
गोष्ठी गप-विनोद अनुमोदित घर - घर स्वागत - मान
जतय छनहु भरि बिलमि बैसि बिसरथि पथ पथिक थकान
गायक पहलवान क्रीडा - कौतुकी नाट्य - रस लीन
पडित - ज्योतिर्गणक साधु - संतक सत्कार प्रवीन
फगुआ रग - अबीर, जूड़ - शीतल जल - पाँक विनोद
दशमी दीपावली झूलनोत्सव जत विविध प्रमोद
दुर्गा-मेला, शरद कौमुदी, हनूमन्त - धूजाक
एखनहुँ स्मृति पट अटल दृश्य अछि धन्वतरि - पूजाक
कतहु नगर - कीर्तन जुलूसमे सुनबे हरि-हरि बोल
झरनी खेलइत झुण्ड - झुण्ड जगी दाहा कहुँ घोल
नाम चौधरिक गाम मिश्र झा पाठक राय बसैछ
कापड़ि यादव दास मरड़ सब जाति बंधु सँग दैछ
नौआ बाभन धोबि मालि जत गोंढ़ि कुम्हार कुमार
हर-जन हरिजन श्रम-व्यवसायक बन्धु सभक सत्कार
जीवन-पद्धति मिलल सरल सादा, सबसँ भैआरी
व्यसन-उत्सवक समय देखवे अपनैती कत भारी
भार-दोरकेर साँठ-माँठ ओ भोज-भात भंडारा
कखनहु आड़ि-बान्हपर लाठा - लाठी कते सरारा
पर - पंचैती दंगल अंत तुरंत मंगले - मंगल
एम्हर क्रमहि कमि रहल, बढ़ल जाइछ किछु भेदक जंगल
कतहु तास सतरंज मनो-रजन चौपड़ि चौपाड़ि
कहुँ मैदानी खेल कबड्डी फुटवॉल क परचारि
सान्ध्य-प्रभात किरण गैरिक ध्वज रंजित अंबर देश
मूल संस्कृतिक शाखा साखी स्वयं तरुण शुचि - वेश