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चेँ चेँ चेँ चेँ / यात्री

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चेँ चेँ चेँ चेँ
चूँ चूँ चूँ चूँ
चीँ चीँ चीँ चीँ
अपनहिमेँ मस्त अछि चिड़इ - चुनमुन
अपनहिमेँ व्यस्त अछ चिडइ - चुनमुन
नहि छइक परवाहि एकरा सबहिकेँ
न’ब धर ऊठल आ’ कि पुरान घर खसल,
नहि छइक परवाहि एकरा सभइकेँ
प्रशासकीय आड्वालक...
कमिश्नर साहेबक कोर्टरूम, बड़की टा हाल
असामान्य फर्नीचर
भारी भारी पर्दा झुलैत
बौद्ध स्तूपवला मॉडल
हाथ - करधाक मेही शिल्प
छ’त सँ लटकल दू टा तुँबी
दूनू तुम्बी सँ प्रलंबित नमहर डंडावलाभारी भारी पंखा!
मुदा ई बगड़ाक जाति कते होइए एडभेन्चरस
बिजलीवाल ओहि पंखाक दूनू तुम्बीमेँ लगा नेने अछि खोँता

आ’ जखन-तखन अहिना चिचियाइत रहइए
कथी लए करतइन ई सभ परवाहि बङौर भरि
न’ब घर ऊठल त’ ऊठल -
पुरान घर खसल त’ खसल
कथी लए करतइन परवाहि ई सभ कथूक

कमिश्नर साहेब बाजल रहथि एक बेर अही प्रसगेः
बगड़ाक जाति ई चिड़इ चुनमुन
होइत अछि सरिपहुँ कते ढीठ
कइएक दुपहरिआ एहनो भेलइए जे
केबिन मे लंच पर्यन्त लेलक अछि
ई सभ हमरा सङे

प्रशासकीय विधिनिषेधक बंधन
मानत की कउखन चिड़इ चुनमुन!
कमिश्नर साहेबक मिसिओ भरि अनुशासन
कथी लए मानतइन ई चिड़इ चुननुन
करैत रहतइन अहिना चेँ चे चूँ चू चीँ चीँ...