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चौरंगा थामे / इन्द्रदेव भोला

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मैं देश के लिए हूं
देश के लिए समर्पित हूं
झण्डा मेरा प्राण है
जीने का मेरा अरमान है ।

चौरंगा थामे जिस दिन
मैं शहीद हो जाऊं
फूल न लाद देना
शव पर मेरे
ओ मेरे देशवासी !
मेरे हितैषी!
चौरंगे को ही
मेरे शव पर बिछा देने
ओ मेरे देशवासी !
मेरे हितैषी