छत्तीसगढ़ के पानी / हेमनाथ वर्मा 'विकल्प'
मय छत्तीसगढ़ के पानी औंव 
मय मोरध्वज कस दानी औंव 
मय महानदी अरपा पैयरी 
मोर हिरदे समुंद कस हे गेहुरी
 
मय सिधवा वर तो बाद सिधवा हंव 
उमड़े म लांघन वधवा हव
 
मय हितवा वर खीरा कस चानी औंवं 
मय छत्तीसगढ़ के पानी औंव 
मय माया दया सब ल बांटव 
मय धरमधुरी ढेरा आंटव 
मय कोचके म बिखहर डोमी कस 
मय मया मयारूक वर पोनी कस 
मय अंगी श्रंगी के बानी औंव 
मय छत्तीसगढ़ के पानी औंब 
मार तन दीया कस वाती वरैया 
मय वांटौव अंजोर धार थाथी धरैय 
मोर मन गंगा जल कस निरमल 
नई जानव ऊंच नीच दलवल 
मय निपढ़ सरल वयानी औंव 
मय छत्तीसगढ़ के पानी औंव 
भरे पीरा मोर सब रग रग में 
दसे दुख काटा मोर पग पग में 
लाघन भूखन जिनगी जीथौव 
मय जांगर टोर पसिया पीथौव 
परहित बर बिकल जवानी औंव 
मय छत्तीसगढ़ के पानी औंव
 
	
	

