छाया-प्रतिच्छाया: ध्वनि-प्रतिध्वनि / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
छाया - चित्र जकाँ स्मृति-पटपर एखनहुँ खनहुँ घुमैछ
नाम - रूप सुधि-बुधिक तंतु गामक धरतीक बुनैछ
दामोदर गौरव नहि बिसरब राजो बाबुक र्याज
तुलसी माला सुरड़ि हजारी बबा अयोध्या काज
बिसरि न सकी कला रुचि आगर राधाकान्त उदार
स्कुल फुल पशु पच्छी कुस्ती कीर्तन उत्सवक प्रकार
आनँद कंका पूजनानन्दे, बड़का ककाक ठाठ
नरसिंह ककाक घुमि-फिरि फुदफुद सहसनाम केर पाठ
बौआ कका दीन दुनिया गप, कका योगीन्द्रक आन
प्रेम प्रमोद-मुनी काका बिच, खनहु रनहु मैदान
महावीर बाबाक कवित रामायन पद अभ्यस्त
पढुआ काका संग अंग कत गुनि गन पडित मस्त
सपन जकाँ बाबूकाका गुरु गाम विदित आचार्य
सन्ध्या वंदन साक्षर साक्षत अछत हुनक शुचि कार्य
छाप हुनक ओ तेजककाक प्रभा प्रतिभाक प्रसाद
ज्येष्ठ श्रेष्ठ जन गुणिगण पंडित प्रश्नोत्तर रुचि वाद
वेणी भाइक पूजा, भूषण भाइक गप अनमोल
बड़काबौआ भाइक स्वर - धुनि रंग विनोद अमोल
शौक बिजयबाबुक ओ धाक धीरेन्द्र ककाक विशेष
लाल ककाक सिनेह शेष, काली ककाक आवेश
भूषण राघव विजय संग लय धीर प्रकृति धीरेन्द्र
जमल चौकड़ी कड़ी कोमलक सुर स्वर्गिक विजयेन्द्र
मध्य दलान दबग जमल दल भल सुरेन्द्र बाबूक
आवेशी लक्ष्मीबाबुक सुधि वश नहि मन काबूक
कत-कत चित्र चरित्र वर्ष दूरहु जनु क्षणहि व्यतीत
कते बटोरब, की पुनि छाँटब, आँटब शब्द अतीत