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छोड़ गए कलेजा / मदन गोपाल लढ़ा
Kavita Kosh से
गाडों में लद गया सामान
ट्रालियों में भर लिया पशुधन
घरों के दरवाजे-खिड़कियाँ तक
उखाड़ कर डाल लिए ट्रक में
गाँव छोड़ते वक्त लोग,
मगर अपना कलेजा
यहीं छोड़ गए।