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जगमग चान / सतीश मिश्रा

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जगमग चान शरद-पुनिआँ के-
जइसे जमल बरफ बगबग हे,
जइसे रूई धुनल धुनिआँ के।
जगमग चान शरद-पुनिआँ के।

नील गगन आउ चन्दा कइसन
मान सरोवर, हंसा जइसन
या फिर नील ओहार चीर के
हुलकित कोई रम्भा अइसन
उठल मुठान पहिल कनिआँ के-
जगमग चान शरद पुनिआँ के।

रसगर कोई गीत निअन हे
पहिला-पहिला जीत निअन हे
अधरतिआ के सूनसान में
सेजिआ पसरल प्रीत निअन हे
रति-मुस्कान मदन-धनिआँ के-
जगमग चान शरद पुनिआँ के।

ताजमहल उपरे अउँधावल
या गंगा के फेन जमावल
या फिर गोर-गोर अंगुरी से
संगमरमर पर दूध गिरावल
जीवन-दान-कलस दुनिआँ के-
जगमग चान शरद पुनिआँ के।