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राजा की आएगी बारात / शैलेन्द्र
Kavita Kosh से
(जब भी जी चाहे नई दुनिया / दाग़ से पुनर्निर्देशित)
राजा की आएगी बारात, रंगीली होगी रात
मगन मैं नाचूंगी, हो मगन मैं नाचूंगी
राजा की आएगी बारात ...
राजा के माथे तिलक लगेगा, रानी की माँग सिन्दूर
मैं भी अपने मन की आशा, पूरी करूंगी ज़रूर
मेंहदी से पीले होंगे हाथ, सहेलियों के साथ
मगन मैं नाचूंगी, हो मगन मैं नाचूंगी
राजा की आएगी बारात ...
रानी के संग राजा डोले सजाके, चले जाएंगे परदेस
जब जब उनकी याद आएगी, दिल पे लगेगी ठेस
नैनों से होगी बरसात, अन्धेरी होगी रात
मगन मैं नाचूंगी, हो मगन मैं नाचूंगी
राजा की आएगी बारात ...