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ज़हरीले साँपों से बचना मुश्किल है / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
ज़हरीले साँपों से बचना मुश्किल है
छल करने वालों से बचना मुश्किल है
उसकी बातों से बस फूल झरा करते
पर झूठे वादों से बचना मुश्किल है
ना कहने वालों का साफ़ जवाब भला
हाँ कहने वालों से बचना मुश्किल है
दुश्मन के हमले से फिर भी बच सकते
खुद के आघातों से बचना मुश्किल है
चोर लुटेरे डाकू शायद रहम करें
पर चौकीदारों से बचना मुश्किल है
लोहे की जंजीरें तोड़ी जा सकतीं
सोने के फंदों से बचना मुश्किल है
ग़ैरों से तो आप सतर्क ज़रूर रहें
ध्यान रहे अपनों से बचना मुश्किल है