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जाबेॅ दहौ की करभौ / दिनेश बाबा

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बानर के हाथोॅ में जैसें
पड़ल्हौं खूब सजैलोॅ बाग
नोची-चौथी धरी देथौं सब
आरू लगाइयो देथौं आग
ओन्हैं केॅ होलोॅ छै अखनी
आबेॅ शिक्षा के भारी नुकसान
शिक्षक, विवश बेचारा होय छै
हेकरोॅ रक्षक छै भगवान
होय गेलै बरबाद पढ़ाई
गुरु भी सब ठो बिलल्ला छै
घूस तेॅ मंत्री तक नें खाय छै
सगरो ऐसने हल्ला छै
मंत्री-नेता-औफिसर तक
खाय केॅ होलै सिकन्दर हो
सब पपियहवा देखिहौ एकदिन
जैथौं जेल के अन्दर हो
मत सोचोॅ निर्दोष छै शिक्षक
दुष्टो छै आरू बदमाश
यही सें शिक्षक संघो बिखरलै
होलै नी सबके सत्यानाश
आपन्हैं घर जबेॅ हुवेॅ विभीषण
आग में तेॅ जरबे नी करभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

2.

पेटोॅ लेली सब कुछ होय छै
सकठे छै हेकरे तैय्यारी
चाकू-छूरी, लाठी-गोली
चोरी-डाक-पाकेटमारी
कुत्ता रङ लड़थौं, करथौं
आपन्है में सब गारा-गारी
की-की होय छै ई जिनगी लेॅ
आपा-धापा, मारा-मारी
एक नगरी छै लूट के धंधा
औफिसरी आरू ठीकेदारी
कैन्हें कि हेकरा पर लगलोॅ
छै मोहर विधिवत सरकारी
काम तेॅ सब्भे कामे होय छै
कुछ हलका कुछ होय छै भारी
मेहनत सें भागैवाला के
निर्धनता शाश्वत बेमारी
मक्का, धान, गेहूं, जौ, गन्ना
चना, मसूर, अरहर, खेसरी
हेकरहौ सब के बीच चलै छै
लछमी पूत चतुर बेपारी
सब्भे आखिर पेटे नी भरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

3.

देखोॅ है भारत के रेल
कत्तेॅ यैमें रेलमपेल
कदम-कदम पर रुकलोॅ जैथौं
हरदम ईंजन होथौं फेल
पैसेंजर गाड़ी रोकवाय केॅ
पास करैथौं पहिनें मेल
कुलीगाड़ी नें लेकिन प्रायः
करथौं सब गाड़ी केॅ फेल
रेलमंत्री होय कोय भी चाहे
कोय भी दल के होय सरकार
टी.टी. आरू सिपाहीजी के
सबनें मानै छै आभार
बिना टिकट यात्री के बस कि
पूछोॅ मत जे छै भरमार
डब्लू. टी. जैथौं कहथौं कि
टिकट कटाय के की दरकार
बिना टिकट गाड़ी जौं चढ़भौ
पकड़ी केॅ लै जैथौं जेल
खाहमखा सुख चैनो जैथौं
अलग सें बजटो होथौं फेल
जुरमाना तबेॅ तोहीं भरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

4.

एक ओर मँहगाई देखोॅ
आसमान सें टूटै छै
साधारण जन केॅ अखनी
सबनें मिली लूटै छै
की बिजनस, की देखोॅ दुकान
महल बनैलखौन आलीशान
दूही केॅ जनता के पैसा
जनसेवा केरोॅ करै बखान
जहाँ-तहाँ सें धोॅन लूटी केॅ
सब नेता होलै धनवान
खूब पनपलै यहाँ गरीबी
सबके बिकी गेलै ईमान
राजनीति के परदूषण छै
कोय रावण, कोय खरदूषण छै
संविधान के आढ़’पेंच में
आरक्षण आरू परमोशन छै
हरिश्चन्द्र तेॅ नैं छै कोय्यो
सब कंसे रङ अत्याचारी
धीरज धरी केॅ सहलेॅ जा सब
केेकरा जान होलोॅ छौ भारी
हम्हूं, तोहूं बोलै में डरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

5.

पर्यावरण-परदूषण केरोॅ
बारे में कोय नै सोचै छै
बोलैवाला केॅ ही प्रायः
सब्भेनें मिली दबोचै छै।
अशिक्षा ही सब गरीब के
छै अखनी बड़का कारण
नासमझी में गाछ काटी केॅ
सब जंगल करकै जारन
बीड़ी-सिगरेट आरिन के भी
छै देखोॅ कत्तेॅ परचार
आरू नशीली वस्तु के भी
मार्केट में कत्तेॅ भरमार
औरत सें परचार कराय केॅ
मनोॅ में सेक्स जगाबै छै
अधनंगी रङ होय केॅ जौनें
अंग-अंग देखलाबै छै
बड़ा दुरंगी नीति छै जे
सरकारें आबेॅ अपनैलेॅ छै
नया-नया विज्ञापन दै केॅ
नशा भी केत्तेॅ बढ़ैलेॅ छै
सरकारोॅ केॅ हेकरा सें की
तोंय चाहे जीभौ-मरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

6.

संविधान के तहत यहाँ पर
सबकेॅ बोलै के छौं छूट
आजादी के माने की आबेॅ
ट्रेन रोकी केॅ करथौं लूट
लुटथौं छै दौलत आरो इज्जत
बौलभौ तेॅ करी देथौं शूट
प्यार बिरादर भर बाँटै छै
बाकी केॅ काटै-छाँटै छै
क्रोधी मन में घाव यहाँ छै
इन्सानी सद्भाव कहाँ छै
आपनोॅ यही विरासत लै केॅ
अगली सदी में जैभौ की
भावी पीढ़ी केॅ ऐसने ही
दूषित चरित देखैभौ की
तों देखभौ अन्याय करै छै
काम बड़ी बेजाय करै छै
सब बोलबोॅ होथौं बेकार
अकड़ देखैथौं, करथौं मार
लाभो नै कुछ कहला में छै
बस फैदा चुप रहला में छै
कथिलेॅ बेकार में कोय मरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

7.

ट्राँसफर-पोस्ंिटग नें विभाग केॅ
एकदम करी देलेॅ छै अंधा
भ्रष्टाचार तेॅ खूब पनपलै
घूस के कसलोॅ छै फंदा
गुनहगार छै लैवाला तेॅ
दिहौवाला नै कम दोषी
काम कराय लेॅ बढ़ी-चढ़ी केॅ
नोटो देथौं खोसी-खोसी
तोहीं छोॅ परपोषक भैय्या
तहीं तेॅ छै हो परपोषी
आढ़-पेंच में बोलै छोॅ सब्भे
मुँहोॅ पर रहै छौं खामोशी
मन तेॅ करथौं नीची लौं मुँह ठो
या पटकी केॅ मारिये दौं
सोचभौ काम कहीं नैं बिगड़ेॅ
व्यर्थ कथिलेॅ करबोॅ मार
सबकेॅ सुधारै लेली एकटा
की हम्हीं लेलेॅ छी अवतार
यही बात सें तोहें डरभौ
तेॅ जाबेॅ दहौ की करभौ।

8.

बिन पैसा के काम नै करबौं
बात नै, केवल करथौं खीस
तोरोॅ फाइल खिसकैथौं तबेॅ
बड़ा बाबू केॅ देभौ फीस
प्रेम बात करोॅ लेकिन झट
हाथ नगद दै दौ दस-बीस
नै उत्कोच, नै घूस, अरे भाय
सुविधा शुल्क छौं है बक्शीष
के उत्कोच कहै छै हेकरा
यही छौं मोबिल, यही छौं तेल
हेकरोॅ बिना नैं काम ससरथौं
सकठे छौं बस हेकरे खेल
रिश्वत के नव संविधान में
ई कहलाय छौं खुशबक्ती हो
बाबू सच के यही छौं सपना
ध्यान आरू छौं भक्ति हो
कुछ लै दै केॅ काम बनाबोॅ
जल्दी सें हेकरा निपटावोॅ
बड़ी खराब छै दुनिया बाबू
काम बनाय लेॅ अगर छौं काबू
जल्दी छौं तेॅ की सोचै छोॅ
मुद्रा कुछ तेॅ देवे नी करभौ
तेॅ जावेॅ दहौ की करभौ।

9.

लूट के मौका जेकरा मिल्हौं
कोय नै कहिबो चूकै छै
जोरवला नें लेथौं हँसोती
निम्मन कुकुर लोगें आबेॅ
खावेॅ लागल्हौं चारा हो
जानवर सें भी बेसी आबेॅ
आदमी छै बेचारा हो
कहीं नै कुच्छु काम होय छै
हरदम चक्का जाम होय छै
जनता छै नीनवासलोॅ अखनी
यही तेॅ होकरोॅ नादानी छै
जिनगी छै संताप सें भरलोॅ
माथा के ऊपर पानी छै
जहिया जनता जागी जैतै
रोग यहाँ केरोॅ भागी जैतै
जागोॅ हे जनतंत्र पहरुआ
तोंही वर, तोहीं छोॅ वरुआ
बड़ी कठिन छै साँस भी लेना
करथौं कोय पर तोही भरभौ
तेॅ जाबेॅ वहौ की करभौ