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जितबै ई संसार / संवेदना / राहुल शिवाय

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हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |
 
जीवन मेॅ होतै हरियाली
सब्भे दुख बिसरैतै,
होतै झटपट काम भी पूरा
जों सब हाथ लगैतै,
हँसी-खुशी के गीत बाजतै
होतै नित त्योहार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |


सालोॅ-साल फूट के कारण
रहलै देश गुलाम,
अभियो इहेॅ फूट के कारण
होवै नय छै काम
आपस में मिलला-जुलला सेॅ
बढतै भैया प्यार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |

रचनाकाल - 01 मई 2009