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ठीक समय / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
ठीक समय पर जागें भैया
ठीक समय पर सो जायें
ठीक समय पर खाना खायें
ठीक समय पर पढ़ने जायें
ठीक समय पर पाठ पढ़ें तो
याद तुरन्त हम कर पायेँ
ठीक समय साथी के संग
खेल खेलने को जायें।