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डूबते सूरज के साथ-साथ / गुलाब खंडेलवाल
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डूबते सूरज के साथ-साथ
मेरी छाया लम्बी होती जा रही है,
मैं दौड़कर इसके आगे निकल जाना चाहता हूँ,
पर बात बन नहीं पा रही है.