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तय / वैशाली थापा
Kavita Kosh से
किया तय
अब करूंगी प्रेम कम
‘‘कम करूंगी’’ सोचा
‘‘नहीं करूंगी’’ नहीं सोचा।
कम प्रेम की कसम में प्रेम दुगना हो गया
प्रेम ना करने की कसम में क्या होता?